गाजीपुर। ग्राम प्रधान अलावलपुर अपने मनमानी कार्यों के द्वारा तथा विभाग को अपने भरोसे में लेकर सबको नाच नचाता आ रहा है तथा सरकारी नलकूप के जमीन पर दीवाल खड़ा कर अपना जमीन साबित करना चाह रहा है, परंतु नलकूप विभाग के लोग अपनी आँखों पर पट्टी बांधे हुए हैं तथा अपने निरीक्षकों को भेजकर जांच करवाने के पश्चात भी दीवाल नाली की सरकारी जमीन से नहीं हटा। विदित हो कि नाली लगभग 12 फीट चौड़ी (जमीन पर ढाई फुट) नाली बनी हुई और ढाई से 3 किलोमीटर दूर तक गई है, परंतु प्रधान ने इसे इंकार करते हुए विभाग के लोगों को चकमा देता रहता है या फिर ये हो सकता है कि विभाग के ही लोग उससे मिले हैं। बात समझ से परे है। इस संदर्भ में शिकायतकर्ता सत्येंद्र सिंह यादव ने आरोप लगाते हुए बताया कि 664 शौचालय बनाने को आया था, परंतु प्रधान अशोक कुमार सिंह ने लगभग 400 के करीब शौचालय बनवाकर बाकी पैसो को हजम कर गया। ठीक इसी प्रकार सरकारी नलकूप की जमीन को भी हड़प लेना चाहता है और शिकायतकर्ता सत्येंद्र सिंह यादव को ईट चोरी का इल्जाम लगाता है क्योंकि वह प्रधान है और प्रधान कहे तो सब ठीक और शिकायतकर्ता कहे तो चोर। जब सत्येंद्र यादव ने शिकायत किया तो अधिकारीगण शिकायतकर्ता के ऊपर ही आग बबूला हो बैठे। लोकतंत्र कहाँ जा रहा है इसे देख अलावलपुर वासी हतप्रभ है और ग्राम प्रधान को जो सजा मिलनी चाहिए और सरकारी पैसों का रिकवरी होना चाहिए। उसे विभाग द्वारा उसका पीठ थपथपाया जा रहा है यह कैसा लोकतंत्र और न्याय व्यवस्था है।