वाराणसी । देव दीपावली के दिन नौका संचालन को लेकर नाविकों की गुरुवार की दोपहर एक आवश्यक बैठक हुई । इस दौरान नाव संचालन न किए जाने का ऐलान किया गया । वहींं राजघाट ललिताघाट तक संचालन पर रोक को लेकर नाविकों में रोष है । संगठन द्वारा बताया गया कि पीएम की देव दीपावली पर सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने यह फैसला किया था ।
पीएम नरेंद्र मोदी इस बार देव दीपावली पर वाराणसी में गंगा तट पर दीप प्रज्जवलित कर अनोखे जल उत्सव और लक्खा मेले में अपनी सहभागिता करेंगे । हालांकि , पीएम के आगमन को देखते हुए गंगा में जल पुलिस की एक ओर सक्रियता रहेगी तो दूसरी ओर सुरक्षा का दायरा पीएम की नौका के आसपास व्यापक स्तर पर रहेगा । सुरक्षा कारणों से गंगा की लहरों पर पीएम की सवारी के दौरान घाट पर दीयों की रौनक देखने के लिए उमड़ने वाले पर्यटकों को नौका की सवारी का आनंद नहीं मिल सकेगा । नौका संचालक संगठनों के अनुसार पीएम के दौरे में जब तक उनकी वापसी होगी तब तक घाट पर रोशनी खत्म हो जाएगी और पर्यटकों को वह आनंद नहीं मिलेगा । वहीं पीएम के दौरे पर गंगा में नौका पर प्रतिबंध होने से वर्ष भर में एक दिन होने वाली कमाई से भी नौका संचालकों को हाथ धोना पड़ रहा है ।
वहीं कई नौका संचालक एडवांस बुकिंग करने के बाद अब पीएम के दौरे के बाद नौका संचालन रद होने के बाद पैसा तक वापस करने की नौबत आ गई है । नौका संचालकों ने आरोप लगाया कि प्रशासन के इस फैसले से कोरोना संक्रमण काल के दौरान पाई पाई को मोहताज होने के बाद कमाई करने का यही त्योहार एकमात्र मौका था जिसे प्रशासनिक प्रतिबंधों ने भी खत्म कर दिया है । लिहाजा कारोबार को हो रहे नुकसान की वजह से नौका संचालकों ने इस बार देव दीपावली पर नौका संचालन से विरत रहने का फैसला किया है ।