गाजीपुर- विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण के विरोध में दिनांक 5 सितंबर 2020 को लगातार तीसरे दिन पूरे जनपद में उपखंड स्तर पर 09 जगह चिन्हित कर पूर्व निर्धारित रणनीति के तहत विरोध सभा सायं 4:00 से 5:00 तक आयोजित की गई विरोध प्रदर्शन में प्रदेश सरकार द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के प्रस्ताव पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया संयोजक श्री निर्भय नारायण सिंह ने मुहम्मदाबाद सब डिवीजन पर संबोधित करते हुए कहा कि यदि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजी करण प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो प्रस्ताव पास होने के बाद गरीब किसान, मजदूर बिजली का उपयोग करने से वंचित हो जाएंगे क्योंकि निजी कंपनियां कोई भी काम अपने लाभ के लिए करती है । निजी कंपनियां अपना हित सोचेगी बिजली बिल महंगा होगा जिसका सारा बोझ जनता के ऊपर पड़ेगा जिलाध्यक्ष विजयशंकर राय ने बताया कि सरकार पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का प्रस्ताव वापस ले अन्यथा संघर्ष समिति के माध्यम से आंदोलन को और तेज किया जाएगा और जरूरत पड़े तो पूर्ण हड़ताल भी आंदोलन में सम्मिलित होगा लेकिन किसी भी कीमत पर निजीकरण मंजूर नहीं है अगर इससे भी बात नही बनेगी तो जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। वक्ताओं ने जनपद के दुल्लापुर, कासिमाबाद, जमानिया,सैदपुर ,नंदगंज ,मुहम्मदाबाद अन्धऊ पर भी विरोध सभा के माध्यम से निजीकरण की कड़े शब्दों में निंदा की ।
सभा में मुख्य रूप से अधीक्षण अभियंता विजय राज सिंह, सहसंयोजक इंजीनियर शिवम राय, इंजीनियर आशीष चौहान ,इंजीनियर महेंद्र मिश्रा, इंजीनियर मनीष निषाद, इंजीनियर आदित्य पांडे सहायक अभियंता मिठाई लाल, सहायक अभियंता अभिषेक राय,सहायक अभियंता ट्रांसमिशन प्रशांत सोनी,सहायक अभियंता संजीव कुमार भास्कर, सहायक अभियंता मनोज कुमार पटेल,जूनियर इंजीनियर पंकज जायसवाल ,ई0 संतोष मौर्या, शशिकांत मौर्य, जेपी बाबू,अरविंद श्रीवास्तव, अमित सिंह,सिकंदर राजा,महेंद्र, पवन,शिवराम, पीताम्बर, आशीष,बरुन,आलोक,आज़ाद,बब्बन,संजीव,राजेश,अखिलेश,आदि लोग उपस्थित रहे