फतेहपुर: क्षेत्र के पहाड़पुर में पूर्व प्रधान सदा यादव पुत्र मदन यादव और वर्तमान प्रधान द्वारा किया जा रहा है। ग्राम्य विकास के नाम पर राजनीति का गंदा खेल खेला जा रहा है। गाँव के नरसिंह रायदास के घर से ब्रह्मदेव बाबा मंदिर तक बन रहे इंटरलॉकिंग खड़ंजे से गांव के प्रवेश का मार्ग तो बन रहा है। लेकिन गाँव के ही गरीब व असहाय पाल विरादरी के बिहारी पाल, बनवारी पाल व सेना में कार्यरत संजय सिंह व कई अन्य का कच्चा पुस्तैनी मकान जो पुराने खड़ंजे से डेढ़ से दो फुट ऊपर था। वही नए खड़ंजे से दो से तीन फुट नीचे हो जा रहा है। किनारे बसे लोगों द्वारा विरोध करने पर प्रयास भी किया गया तो प्रधान प्रतिनिधि द्वारा कालोनी का लालच देते हुए गरीब असहाय लोगो का आधार कार्ड भी ले लिया गया और शिकायत करने पर अन्य दिक्कतों का सामना करने की भी धमकी दी गयीं। प्रधान व उनके गुर्गों के दबंगई का आलम यह है कि कोई उनका खुलकर विरोध करने को तैयार नही है और ना ही अधिकारियों के सामने कोई बोलने को तैयार हैं। वही गाँव के पोस्टमास्टर ने जब अपने पुत्र जो सेना में श्रीनगर में तैनात है और आतंकियों से मोर्चा ले रहे हैं। उनसे जब गांव की आपबीती बताई तो उन्होनें इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की तथा अधिकारियों से मांग की कि गांव का विकास हो लेकिन किसी गरीब के साथ अन्याय न होने पाये। इस पर गाँव में अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरक्षण भी किया गया। परन्तु सभी को दिग्भर्मित कर सड़क के लेवल के नाम पर खड़ंजा को ऊंची की जा रही थी।वही मजे की बात तो यह है कि सरकारी धन के बन्दर बांट के लिए दो अतिरिक्त नाली सरकारी धन से बनवाने के लिए सुलहनामा भी दबाब देकर लिखवा लिया गया मतलब खड़ंजा एक और नाली चार।जिस पर फौजी परिवार वह उनके पट्टीदारों द्वारा गाँव के विकास के लिए सड़क और नाली के अतिरिक्त डेढ़ फुट की जगह भी छोड़ दी गयीं। सरकारी कन्या पाठशाला के जमीन कब्जा करने की तो माननीय न्यायालय में चल रहे मुकदमे में रंजीत सिंह व उनके परिवार द्वारा किसी सरकारी जमीन पर कब्जा न पाए जाने के कारण उन्हें उनके पक्ष में डिग्री भी हो चुकी हैं। वही गाँव के राम रघुवीर सिंह व उदय सिंह आदि द्वारा गरीबो की हक की बात उठाने के कारण प्रधान परिवार के तथाकथित पत्रकारों द्वारा बदनाम करने का प्रयास भी किया जा रहा है। जबकि प्रधान सदा यादव द्वारा स्वयं जलखाता की जमीन पर दो मकान तथा ग्राम मड़ौली में सरकारी जमीन कब्जा कर श्याम सखी कालेज बनवाये गये हैं। यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि ग्राम प्रधान द्वारा कालोनी,पानी की टँकी तथा अन्य अनियमितता की जांच में दोषी पाए जाने पर बीडीओ विजयपुर द्वारा ग्राम प्रधान के ऊपर मुकदमा भी लिखवाया गया था। उस मुकदमे से नाराज होकर प्रधान द्वारा बढ़ा चढ़ाकर अनिसुचित जाति की महिला द्वारा वीडियो के विरुद्ध एससीएसटी एक्ट का मुकदमा भी लिखवाया गया। जिस कारण ब्लॉक स्तर के छोटे बड़े कर्मचारी ग्राम प्रधान के दबाब में रहते हैं। इस विषय में जब ग्राम प्रधान मदन यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैं मौके पर नही गया हूँ लेकिन अगर खड़ंजा ज्यादा उच्च है तो मेठ जीवन सिंह यादव को खड़ंजा सुविधानुसार एक फुट नीचे करने की हिदायत दी गयी हैं। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पूर्व के आदेश में यह आदेश पारित किया गया है कि किसी ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में अगर सड़क निर्माण हो रहा है तो पुरानी सड़क खुदवाकर उसी से थोड़ा बहुत ऊंचा उठाकर नव निर्माण करने के आदेश हैं। ताकि किसी आम नागरिक के मकान सड़क से नीचे ना होने पाएं।।

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