गाजीपुर। बिना परिजनों की अनुमति के वयोवृद्ध महिला को ऑपरेशन थियेटर में ले जाने और वहां उसकी मौत हो जाने के गम्भीर मामले में कोर्ट के आदेश पर महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कालेज के आर्थो विभाग के डाक्टर वैभव सिंह के खिलाफ शहर कोतवाली में 156 (3) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। इस कार्रवाई से पूरे मेडिकल कालेज के डाक्टरों में हड़कम्प मचा हुआ है। नगसर थाना क्षेत्र के गगरन गांव निवासी जयशंकर तिवारी पुत्र वेश नारायण तिवारी के अनुसार 27 सितम्बर 2023 को उनकी वयोवृद्ध मां उषा तिवारी घर के आंगन में गिर गई थी। इस दौरान उनके कृल्हे में चोट आई थी। 28 सितम्बर को वह अपनी मां को लेकर मेडिकल कालेज लेकर आये जहां उद-ई-मिलाद त्यौहार होने के कारण उनकी मां का इलाज नहीं हो पाया। इमरजेंसी में डाक्टर एक्स-रे कराकर कहा कि प्लास्टर लगाना होगा इसलिए आप मरीज को लेकर कल आइये। 29 सितम्बर को मैं अपनी मां को लेकर दोबारा मेडिकल कालेज पहुंचा और आर्थो विभाग के डाक्टर वैभव सिंह से मिला। उन्होंने एक्स-रे रिपोर्ट देखकर कहा कि ऑपरेशन करना होगा जिसपर हमलोग तैयार नहीं हुए। डॉक्टर ने बोला कि यदि ऑपरेशन नहीं हुआ तो रीढ़ की हड्डी में पानी भर जायेगा। हमलोगों ने अपनी मां को वाराणसी ट्रामा में दिखाया जहां डाक्टर ने बोला कि ऑपरेशन की जरूरत नहीं है दवा से मरीज ठीक हो जायेगा। इसके बाद हमलोगों ने डाक्टर वैभव सिंह से सम्पर्क कर उन्हें बताया कि दो माह पूर्व उनकी मां के केहूनी में चोट लगी थी जिसे आपने ही प्लास्टर कर ठीक किया था। तब डा. वैभव ने कहा कि केहूनी की बात कुछ और थी इस बार चोट कृल्हे में लगी है इसलिए ऑपरेशन करना होगा। ऑपरेशन के नाम पर डा. वैभव ने तीन यूनिट ब्लड और 40 हजार रुपये का खर्च बताया। इसके बाद भी डाक्टर के कहने पर हमलोगों ने शिव शक्ति मेडिकल स्टोर पर 25 हजार रुपये आनलाइन पेमेंट किया। इसके बाद 5 सितम्बर 2023 को बिना किसी की अनुमति के डाक्टर वैभव उनकी मां को वार्ड से निकालकर ऑपरेशन थियेटर ले जाने लगे। वहां मौजूद मेरी भाभी ने उन्हें रोका और कहा कि मेरे परिवार के लोग जब आ जायेंगे तब आपरेशन होगा, लेकिन डॉक्टर नहीं माने। बाद में हमलोग भी वहां पहुंचे तब डाक्टर ने कहा कि ऑपरेशन होने दिजिए कोई बात नहीं है। इस दौरान भी डाक्टर वैभव ने शिव शक्ति मेडिकल स्टोर से 27 सौ और 5 हजार रुपये का कुछ मेडिकल सामान मंगाने के नाम पर पैसा जमा कराया। 4 घंटे तक मेरी मां ऑपरेशन थियेटर में रही इसके बाद डाक्टर बाहर आकर बोले कि उनकी मां को हार्ट-अटैक हुआ है जिससे उनकी मौत हो गई है। इससे साफ जाहिर हो गया कि डा. वैभव सिंह की लापरवाही से उनकी मां की मौत हो गई है। इसकी शिकायत मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल से कही गई, लेकिन जांच के नाम पर उन्होंने हमलोगों को बरगला दिया बाद में जांच रिपोर्ट पुलिस को दिये जाने की बात कही, लेकिन आज तक हमलोगों को रिपोर्ट नहीं मिली। पीड़ित ने इस मामले में कोर्ट में प्रर्थनापत्र दिया। जिसके आधार पर कोर्ट ने इस मामले में डा. वैभव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया। कोट्र के आदेश पर शुक्रवार को शहर कोतवाली में धारा 304-ए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।