वाराणसी के काशी विश्वनाथ महादेव धाम परिसर में शनिवार की शाम एक अनोखी व ऐतिहासिक दृश्य देख श्रद्धालुओं को बड़ा रोमांच अनुभव हुआ। गाजीपुर जिले के सिधौना गांव की रंगमंच कला परिषद लीला टीम के कलाकार श्रीराम लक्ष्मण और सीता हनुमान स्वरूप में विश्वनाथ महादेव के गर्भगृह में जलार्चन किया। इसके तुरंत बाद परम शिवभक्त लंकापति राजा रावण अपने परिवार सहित गर्भगृह में बाबा विश्वनाथ की पूजा अर्चना किया। विश्वनाथ धाम के इतिहास में पहली बार ऐसे नयनाभिराम दृश्य को देखकर परिसर में आये देश विदेश के श्रद्धालु जन ठहर गए। हर कोई अपने सामने श्रीराम लक्ष्मण सीता और हनुमान को पाकर निहाल हो रहा था। काशी विश्वनाथ न्यास के पदाधिकारियों एवं मुख्य कार्य पालक अधिकारी डॉ विश्वभूषण मिश्रा लीला टीम के कलाकारों को मंच से लेकर गर्भगृह तक पहुचे थे। रंगमंच कला परिषद के अध्यक्ष कृष्णानंद सिंह एवं लीला व्यास शिवाजी मिश्रा ने मूर्ति स्वरूप देव कलाकारों के साथ दर्शन पूजन किया। लंकापति रावण भाई कुम्भकर्ण और प्रिय पुत्र मेघनाद व नारान्तक के साथ नाना माल्यवंत और अहिरावण को लेकर गर्भगृह में पहुचे। लीला मंच का संचालन कर रहे विन्देश्वरी सिंह के निर्देशन में लीला टीम ने बाबा विश्वनाथ धाम परिसर का भ्रमण किया। दो दिवसीय रामलीला मंचन में करोड़ों लीला प्रेमी इस रामलीला को देखकर मंत्रमुग्ध रह गए। काशी रंगमंच कला परिषद के रामलीला मंचन की ख्याति पूरे देश में फैल रही है। बाबा विश्वनाथ धाम ट्रस्ट के वेवसाइट पर लाइव रामलीला देख रहे देश विदेश के लोगों में इस लीला टीम को लेकर भारी जिज्ञासा बढ़ी है। रंगमंच कला परिषद सिधौना के तीस सदस्यों की टीम आगामी जनवरी माह में दो दिवसीय लीला मंचन करने मुंबई के सांताक्रुज शहर जा रही है।